Saving Account: आज के समय में हर व्यक्ति का एक बैंक खाता होना बहुत जरूरी हो गया है। चाहे सैलरी हो, पेंशन हो या कोई सरकारी योजना का लाभ लेना हो, सभी के लिए सेविंग अकाउंट (Saving Account) की जरूरत होती है। कई बार लोग एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट खोल लेते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट रखना सही है? क्या यह सुरक्षित है? और इसके बारे में RBI यानी भारतीय रिजर्व बैंक का क्या नियम है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
क्या होता है Saving Account?
Saving Account एक बैंक खाता होता है जिसमें लोग अपनी कमाई का एक हिस्सा जमा करते हैं। यह खाता ब्याज (interest) भी देता है, जिससे आपकी बचत बढ़ती है। अधिकतर लोग अपनी जरूरत के हिसाब से सेविंग अकाउंट का उपयोग करते हैं जैसे – पैसे जमा करना, निकालना, ऑनलाइन पेमेंट, या सैलरी रिसीव करना।
Saving Account एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट क्यों खोलते हैं लोग?
लोग कई कारणों से एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट खोलते हैं, जैसे:
- नौकरी बदलने पर नया खाता खुलवाना।
- अलग-अलग बैंकों की सुविधाओं का लाभ लेना।
- घर के पास किसी बैंक की ब्रांच होना।
- ब्याज दर और ऑफर्स की तुलना करना।
- पर्सनल और प्रोफेशनल खर्चों को अलग-अलग रखना।
क्या एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट रखना सुरक्षित है?
Saving Account एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट हो सकते हैं। यह पूरी तरह कानूनी और सुरक्षित है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
अगर आपके पास एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट हैं और आप उन्हें ठीक से मैनेज नहीं कर रहे हैं, तो आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए:
- पुराने या निष्क्रिय खाते (Inactive Accounts) पर चार्ज लग सकता है।
- सभी खातों की निगरानी और ट्रांजैक्शन को संभालना मुश्किल हो सकता है।
- अगर आप टैक्स भरते हैं, तो सभी खातों की ब्याज आय को जोड़कर उसका विवरण देना जरूरी होता है।
RBI के नियम क्या कहते हैं?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कभी यह नहीं कहा कि कोई व्यक्ति केवल एक ही सेविंग अकाउंट रख सकता है। यानी आप चाहें तो 2 या उससे ज्यादा सेविंग अकाउंट भी रख सकते हैं।
लेकिन RBI के कुछ नियम हैं जिनका पालन करना जरूरी है:
- KYC (Know Your Customer) जरूरी है:
हर खाता खोलते समय बैंक आपके KYC डॉक्युमेंट्स जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि मांगता है। - PAN देना जरूरी:
अगर आपके पास एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट हैं, तो आपको सभी में PAN नंबर देना जरूरी होता है। - ब्याज पर टैक्स:
अगर सभी सेविंग अकाउंट से सालाना ब्याज ₹10,000 से ज्यादा हो जाता है, तो उस पर टैक्स देना जरूरी होता है। - Dormant Account का ध्यान रखें:
अगर आपने किसी खाते का 1 साल से अधिक समय तक उपयोग नहीं किया है, तो वह Inactive या Dormant हो सकता है, जिस पर बैंक चार्ज वसूल सकता है।
एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट रखने के फायदे
- अलग-अलग खर्चों को अलग-अलग अकाउंट से संभाल सकते हैं।
- ऑफर्स, कैशबैक और फ्री ATM ट्रांजैक्शन जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
- एक अकाउंट में तकनीकी खराबी आने पर दूसरे अकाउंट से काम चला सकते हैं।
इसके नुकसान भी हैं
- सभी खातों की निगरानी में समय और मेहनत लगती है।
- कुछ खातों में न्यूनतम बैलेंस रखना पड़ता है, वरना चार्ज लगता है।
- टैक्स रिटर्न में सभी खातों की जानकारी देना जरूरी होता है।
क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
- साल में एक बार सभी खातों की जांच जरूर करें।
- पुराने और बेकार खातों को बंद कर दें।
- ब्याज और खर्च की जानकारी रखें।
- सभी खातों में एक ही PAN नंबर जोड़ें।
क्या न करें:
- बहुत ज्यादा अकाउंट न खोलें, जिन्हें संभालना मुश्किल हो।
- किसी भी खाते को लंबे समय तक बिना उपयोग के न रखें।
- गलत KYC जानकारी न दें।
निष्कर्ष
एक से ज्यादा सेविंग अकाउंट रखना सुरक्षित है और RBI ने इसके खिलाफ कोई रोक नहीं लगाई है। लेकिन आपको हर खाते को सही तरीके से चलाना चाहिए, सभी बैंक नियमों का पालन करना चाहिए और टैक्स की जानकारी ठीक से रखनी चाहिए। अगर आप स्मार्ट तरीके से अपने सेविंग अकाउंट्स को मैनेज करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।